What is Resource and its uses – संसाधन क्या है और इसके उपयोग
( What is Resources ) हम अपने दैनिक जीवन में अनेक वस्तुओं का प्रयोग करते हैं। ये वस्तुएँ हमारी मौलिक व मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति कर जीवनयापन सुगम व सरल बनाती हैं। यदि इनकी कमी हो जाए तो हमारा जीवन बड़ा ही कष्टप्रद बन जाता है। इन जीवन उपयोगी वस्तुओं को संसाधन के नाम से जानते हैं। इनमें से कुछ वस्तुएँ हमें प्रकृति से मिलती हैं और कुछ वस्तुएँ मानव द्वारा निर्मित होती हैं। अतः जो वस्तुएँ हमें प्रकृति से प्राप्त होती हैं, प्राकृतिक संसाधन कहलाती हैं।
प्रत्येक प्राकृतिक साधन मानव के लिए उपयोगी होते हैं। परन्तु जब तक उपयुक्त तकनीक द्वारा किसी साधन को उपयोग करने योग्य न बनाया जाए तब तक उस साधन को संसाधन नहीं कहा जा सकता। भूमि, जल, वायु, प्रकाश, वन एवं वन्य प्राणी साधन मनुष्य के जन्म से पूर्व भी पाए जाते थे। परन्तु मानव ने अपने प्रयास से इनको अपने उपयोग करने योग्य बनाया है। इस प्रकार तकनीकी विकास द्वारा मानव ने साधनों को संसाधन का रूप दिया। अतः इस प्रकार तकनीकी विकास द्वारा मानव ने जिन साधनों को संसाधन का रूप दिया, उन्हें मानव निर्मित संसाधन कहा जाता है। (What is Resources )
उद्देश्य:
1 संसाधनों के विषय में जानकारी देना।
2 संसाधनों के उचित प्रयोग की जानकारी देना।
क्रियाकलाप :
1 संसाधन क्या हैं?
2 संसाधनों के उपयोग क्या हैं?
विचारणीय बिन्दु :
1 संसाधन
2 प्राकृतिक संसाधन
3 मानव निर्मित संसाधन
4 उपयोग
5 संरक्षण
क्रियाकलाप :
बच्चों से चर्चा करते हुए बताया जाए कि वे सभी साधन जो हमारे उपयोग के लिए तैयार हैं तथा हमारे जीवन को सुगम बनाते हैं- संसाधन कहलाते हैं तथा जो साधन हमारे प्रयोग में न लाया जा सके, उसे संसाधन नहीं कहा जा सकता है। संसाधनों को हम दो मुख्य भागों में विभक्त कर सकते हैं। अतः जो संसाधन हमें प्रकृति से उपहार स्वरूप प्राप्त होते हैं। उन्हें प्राकृतिक संसाधन कहते हैं तथा जो संसाधन मानव द्वारा निर्मित किए जाएँ उन्हें मानव निर्मित संसाधन कहते हैं।
प्राकृतिक संसाधन :
1 मकान
2 जल
3 सूर्य का प्रकाश
4 भूमि
5 वन
6 खनिज एवं धातुएँ
7 पैट्रोलियम आदि
मानव निर्मित संसाधन :
1 मकान
2 यातायात के साधन
3 पैन
4 पेन्सिल
5 पुस्तक
6 वस्त्र इत्यादि
क्रियाकलाप बच्चों को संसाधन का ज्ञान होने के उपरान्त उनसे विभिन्न प्रकार के संसाधन एवं उनके उपयोग की चर्चा की जाएगी।
1 मिट्टी :
मिट्टी हमारा प्रमुख संसाधन है। यह पेड़-पौधों की वृद्धि में सहायक होती है। हमें अपना भोजन, वस्त्र एवं दैनिक आवश्यकताओं की अन्य वस्तुएँ प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप में मिट्टी से प्राप्त होती
2 खनिज
हमारे दैनिक जीवन में काम आने वाली अनेक वस्तुएँ जैसे धातुएँ, मिट्टी का तेल, पैट्रोल, कोयला आदि जमीन के बहुत नीचे से खोदकर निकाले जाते हैं। ये सभी ‘खनिज’ कहलाते हैं। भूगर्भ से खनिजों को निकालने की क्रिया को ‘खनन’ कहते हैं।
3 खनिज :
प्रायः सभी घरों में बर्तन, मशीनें, आभूषण, औजार आदि होते हैं। ये सभी वस्तुएँ विभिन्न प्रकार की धातुएँ जैसे लोहा, सोना, ताँबा, चाँदी आदि से बनाई जाती हैं।
4 कोयला :
कोयला पृथ्वी से प्राप्त होने वाला एक मूल्यवान खनिज है। कोयला जलाने से ऊष्मा उत्पन्न होती है। जिससे अनेक कार्य किए जा सकते हैं। इसकी सहायता से कारखानें, रेल के इंजन, जलयान आदि चलाए जाते हैं। इससे बिजली भी बनाई जाती है। इसके अतिरिक्त ईंधन के रूप में भी इसका प्रयोग किया जाता है।
5 पैट्रोलियम:
पैट्रोलियम एक अति महत्त्वपूर्ण खनिज है। पैट्रोलियम लेटिन भाषा के दो शब्दों पेट्रा तथा ऑलियम से मिल कर बना है। यह चट्टानों से प्राप्त किया जाता है। इसलिए ‘खनिज तेल’ भी कहते हैं। इसके शोधन से पैट्रोल, डीजल, मिट्टी का तेल, ग्रीस आदि प्राप्त किए जाते हैं। इसके अतिरिक्त इसका उपयोग अनेक सौन्दर्यवर्धक वस्तुओं, कीटनाशक पदार्थ तथा रसायन एवं दवाइयाँ बनाने में किया जाता है। कृत्रिम प्लास्टिक, कृत्रिम वस्त्र तथा कृत्रिम रबड़ बनाने में भी इसका प्रयोग किया जाता है। पैट्रोल ऊर्जा का एक महत्त्वपूर्ण स्रोत है, जिसका प्रयोग वायुयान, मोटर कार, ट्रैक्टर, स्कूटर आदि में किया जाता है।
पेट्रोलियम के शोधन से प्राप्त पदार्थ
ग्रीस व मोम पैट्रोलियम डीजल मिट्टी का तेल ज्वलनशील गैस पैट्रोल पैराफिन
6 जल:
जल हमारे जीवन के लिए अति आवश्यक प्राकृतिक संसाधन है। इसके बिना हमारा जीवन सम्भव नहीं। मिट्टी की तरह यह भी प्रकृति की ही देन है। यह कृषि, उद्योग एवं परिवहन के लिए अत्यंत आवश्यक है। जल के बिना कृषि सम्भव नहीं है। कम वर्षा वाले क्षेत्रों में फसलों की सिंचाई के लिए इसकी उपयोगिता और भी अधिक है। उद्योगों में जल का उपयोग वस्तुओं को साफ करने, रसायनों को मिलाने और जल विद्युत के रूप में होता है। यातायात में जल का महत्त्वपूर्ण स्थान है। महासागरों, झीलों और नदियों का जल परिवहन के लिए सस्ता साधन है और यह कभी न समाप्त होने वाला संसाधन है। (What is Resources )
7 हवा या वायु:
जल की तरह वायु हमारे जीवन के लिए अति महत्त्वपूर्ण है। इसलिए इसे जीवन दायिनी कहा जाता है। हमारे चारों ओर प्रत्येक स्थान पर वायु है। हवा प्रमुख रूप से नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, कार्बनडाइऑक्साइड एवं अन्य गैसों का मिश्रण है। सभी जीव जन्तु साँस द्वारा ऑक्सीजन ग्रहण करते है और कार्बनडाइऑक्साइड छोड़ते हैं। किन्तु कारखानों, मोटर गाड़ियों, घरों आदि से निकलने वाले धुएँ से वायु में कार्बनडाइऑक्साइड की मात्रा दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
8 वन:
वन देश की बहुमूल्य सम्पत्ति है जो हमें प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से अनेक लाभ पहुँचाते हैं। वनों का हमारे दैनिक जीवन में बड़ा महत्त्व है। इनसे इमारती लकड़ी मिलती है। वनों से हमें जड़ी बूटियाँ मिलती हैं, जो औषधियों के रूप में प्रयोग की जाती हैं। वनों से वायुमण्डल शुद्ध होता है। इसके अतिरिक्त वन वर्षा लाने में सहायक होते हैं। ये भूमि कटाव को रोकते हैं, वन्य प्राणियों को आश्रय प्रदान करते हैं तथा गर्मी-सर्दी की तीव्रता को कम करते हैं। वन अपने आप में प्रकृति का सुन्दर मनोरम दृश्य प्रस्तुत करते हैं। कुछ अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए दिन-प्रतिदिन वनों को नष्ट कर रहे हैं। इसका हमारे वायुमण्डल पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। वनों के बचाव के लिए इनकी अंधाधुंध कटाई पर रोक लगानी चाहिए और अधिक पेड़ लगाने चाहिए। (What is Resources )
9 मानव संसाधन :
पृथ्वी पर पाए जाने वाले अन्य जीवों की तुलना में मानव अधिक प्रतिभा सम्पन्न तथा निपुण है। वह प्रकृति द्वारा दिए गए साधनों को अपनी आवश्यकतानुसार संसाधनों में परिवर्तित करता है। इस प्रकार मानव स्वयं एक ऐसा महत्त्वपूर्ण साधन है, जो ‘साधन’ तथा ‘संसाधन’ दोनों ही रूपों में कार्य करता है। मानव अपने ज्ञान एवं बुद्धि कौशल से इन संसाधनों का प्रयोग करता है। (What is Resources )